अच्छा सुनो सब नाराज़गी बताया करो मुझ से ना कभी,दूर जाया करो तुम पर हक है मुझे भी एहसास तो दिलाया करो मुझ पर हक़ जताया करो मैं,बहुत हादसों से डरती हु तुम मेरी हिम्मत बन जाया करो तुम्हारे होने से ज़िंदगी,ज़िंदगी लगती है,मुझे मौजूदगी अपनी दर्ज़ कराया करो मैं,ज़रा कमअक्ल हु शायद मुझ को तसल्ली से समझाया करो इक ही ख़्वाब हुआ आज तलक देखा जो तुम उस की तामीर बन के,रूबरू आया करो मैं,कई सादिया इंतेज़ार करुंगी बेशक तुम लौटने के,वायदे दे जाया करो मेरे ही हो,मुझे बताया करो मुझ पे हक़ अपना जताया करो क़दम डगमगाते हैं,मेरे अब चलने में तुम मेरा सहारा बन जाया करो मैं भी ख़ामोश हो के सुनूं,तुमको थोड़ी बातें,तो करते जाया करो सुनो ना..! कभी कभी मेरी भी,मान जाया करो.... ©ashita pandey बेबाक़ #leafbook शायरी लव लव शायरियां लव स्टेटस