सुरुक्षा यानी कब्र कब्र से ज्यादा सुरक्षित क्या कोई जगह पा सकते हों? लोग ज़िंदा ज़िदा अपनी कब्र बना लेते हैँ अपने को सब तरफ से सुरक्षित कर लेते हैँ न कोई सूरज की किरण न कोई हवा का झोंका न कोई जीवन का कष्ट न कोई चुनौती न कोई संघर्ष मरने को भी अब क्या बचा. मौत भी आएगी तो पछताएगी क़ि इस आदमी क़े पास नाहक आना हुआ ये तो पहले ही मर चुका था ©Parasram Arora सुरक्षा......