White रात भर वो नींद से आँख मिचोनी का खेल खेलता रहा लगता है कहीं उसने वही उबाउ ख्वाब फिर से न देख लिया हो जिंदगी को जीनेके लिए वो नए बहाने ढूंढ रहा है हो सकता है मन के सैयाद ने जिंदगी के सामने फिर नए दाने न फेंक दिए हो ©Parasram Arora मन का सैयाद