जिस दुनिया को रचा था मैने अपनेख़ून पसीने का अर्घ्य देकर अफ़सोस उसे मै अपने सँग लेकर नहीं जा सकता मृत्यु लोक क़े सुपर बाजार तक मृत्यु लोक का सुपर बाजार.