इस दुनियाँ के कैसे-कैसे अफ़साने दर्द झेला जिसनें इस दुनिया का वो ही जानें जख्म किसी के नयें किसी के रहें पुराने दर्द सभी में होता जाने अनज़ाने कोई बहाता आँसू कोई गम पीना जानें कौन किसे जाने कौन किसे पहचाने जिसनें दिये जख्म वो क्या जाने वो तो भुल गया जानें अनज़ाने जख्मी नहीं भुला पाऐगा जख्मो को जख्मो से उसके रिश्ते जूडे पुराने मौका मिलते ही हिसाब होगा जख्मो का चाहे नयें जख्म हो या हो पुराने इस दुनियाँ के कैसे कैसे अफ़साने दर्द झेला जिसनें इस दुनियाँ का वो ही जानें ©Mukesh Tyagi दर्द झेला जिसनें इस दुनिया का #Thoughts