पहले नगर बदलते हैं, फिर लोग बदल जाते हैं, कुछ स्थल स्थिर रहते हैं, पर वृत्तांत बदल जाते हैं। वो अंतिम पान की चाय, वो अतीत की मधुर स्मृतियाँ, नई भीड़ में विलीन होते हैं जन, शेष रह जाते हैं बस संवेदनाएँ। - मेरी कलम ©kalam_shabd_ki #Yaari