Unsplash ज़ब कथनी और करनी मे फर्कसामने स्पष्ट दिखने लगे तों समझ लेना चाहिए कि विवेकहीनता ने हमारे जीबन मे पाँव पसार लिए है ©Parasram Arora विवेक हीनता