ख्वाबो में मिलता हूं तुझसे ,ये कोई हर्ज कि बात नहीं जो तेरे रूबरू खड़ा हो जाऊ , इतनी मैरी औकात नहीं कभी जिक्र करूं तेरी आँखो का , तो कभी उनमें ही खो जाऊं मैं तोल सकूं तुझे लफ्जो में, है इतनी लम्बी तो रात नहीं इक दिन इकरार करूं तुझसे , कि बाहों में तुझको कैद रखूं जो सोचूं में वो हो जाऐ , किस्मत इतनी तो साथ नहीं आँखो कि रवनी को , नूर भरी पेशानी को, बस तस्वीरों में देखा है कभी जी भर के तुझको देख सकूं , होती एसी मुलाकात नहीं तु कहे मुझे के दिल दे दे , बेझिझक तुझे दे जाऊंगा तु कहे तो दुनिया ले आऊं, मैरे ऐसे तो हालात नही ख्वाबो में मिलता हूं तुझसे ,ये कोई हर्ज कि बात नहीं जो तेरे रूबरू खड़ा हो जाऊ , इतनी मैरी औकात नहीं इतनी मैरी औकात नहीं। #nojotohindi