महंगे कपड़े आंखों में चश्मा बूट नही है मेरे आम बंगला गाड़ी सब कुछ है फिर भी लेना बहुत कुछ है तुम क्या बोलोगे मेरे आगे चाहू जो मैं तो लगा दु तेरी हर बोली के दाम सुनता हूँ मैं नही किसी की नही किसी चलती मेरे आगे जो कह दु दुनिया है उल्टी उल्टी चाल-चलते है हर इंसान मुझको क्या लेना है तुमसे चाहिए मुझको एसो-आराम चाहे बेचना पड़े तुम्हे बाजर में या बेचू तेरा ईमान ✍️रिंकी महंगे कपड़े आंखों में चश्मा बूट नही है मेरे आम बंगला गाड़ी सब कुछ है फिर भी लेना अब भी बहुत कुछ है तुम क्या बोलोगे मेरे आगे