धरा का प्रत्येक कण गगन को छू लेने की चाहत रखता है;लेकिन ख़ुद के शक्ति पर नही;अपितु हवाओं के दम पर। ठीक वैसे हीँ जैसे आज प्रत्येक व्यक्ति ऊँचाई और सम्मान पाना चाहता है खुद के कर्म-ज्ञान और शक्ति से नही अपितु;संवैधानिक अधिकारों के दम पर।। ©डॉ.अजय मिश्र धरा-से गगन #Connection