मैं क्यो लिखता हूँ 👇 कविता अनुशीर्षक में पढ़े मैं क्यो लिखता हूं ये न पूछो बस यही समझ लो की जब अथाह दुखो से मिलकर पीड़ा में होता हूं और ह्रदय से रोता हूँ वेदना उमड़ जाती आँसू कागज़ से भरता हूँ