वालिद गर मल्लाह हों तो बे-खौफ़ आग़ाज़-ए-सफ़र करो, तालातुम-ए-ज़ीस्त में वो, हर सफ़ीना पार लगा देते हैं। Urdu_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "सफ़ीना" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial किया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: