अंधविश्वासों के खेत मे आशा का हल चला कर मैंने विश्वास के बीज़ बोये थे लेकिन ज़ब उन बीजो ने भी. विश्वास घात किया तो मैं सोचने पर विवश हुआ कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मेरे विश्वास के अनुरागी बीजो को बोने पर भी न कोई फूल ऊगा न कोई फल निकला तो ज़रूर मैंने उन अनुरागी विश्वास के बीजो को बोते समय जो उर्वरक दीये थे निश्चित ही वे तिथि बाह्य हो चुके होंगे ©Parasram Arora अंधविश्वास के खेत #betrayal