सोचता हूं गरीबी भला मेरी कब तक टिक पाएगी अमीरी भी तो गरीबी से आई है पढ़ता हूं जब किताबे महापुरुषों के इतिहास की सोचता हूं गरीबी भला मेरी कब तक टिक पाएगी अमीरी भी तो गरीबी से आई है