#खत - #episode-1
#Khat#banarasi_Chhora#इश्क#ishq Nojoto
03/05/2022
उम्र के आख़री पड़ाव पर .. जब झुर्रियाँ रह जाएँगी .. हाथों में होगी कपकपाहट .. सांसें .. धीमी धीमी होंगी .. तब, मैं .. बड़ी मशक़्क़त से लिखूंगा तुम्हें एक ख़त .. लिखूंगा .. वो हर अनकहे जज़्बात जो मैं चाहता था तुम समझो ..
.. लिखूंगा, कब कैसे मुझे तुम अच्छी लगने लगी थी .. कब धड़कनें मेरे नाम से शरमाने लगी थी तुम्हारी .. वो तितलियाँ भी लिखूंगा.. जो रंग थे तुम्हारी छुअन के .. वो हया भी लिखूँगा.. जब मेरी बाहों के कसाव में टूटी थी तुम ..