ना है तू इधर ना है तू उधर ढूंढती है मेरी निगाहें ना जाने है तू किधर नादान है वो है वो बेखबर दुनियाँ का नहीं पता उसको लगता है मुझको डर मेरे मालिक रखना तू उस पर नज़र ना है तू इधर ना है तू उधर ढूंढती है मेरी निगाहें ना जानें है तू किधर ©Mukesh Tyagi ना है तू इधर ना है तू उधर #Travelstories