तीखी धूप डराती रही अब तक. अब तो साये ही साये हैँ.. कुए तो सुख चुके सभी अब बादल नया पानी लाये है. बिजली कौँधी छुप गए तारे अब अंधेरा पीने जुगनू आये हैँ गर्मी जागी सावन भी आया सब तरफ हरियाली अच्छे दिन आये हैँ ©Parasram Arora तीखी धूप