ये तर्क-ए-तअल्लुक़ का क्या तज़करा है तुम्हारे सिवा कोई अपना नहीं है, अगर तुम कहो तो मैं ख़ुद को भुला दूं तुम्हें भूल जाने की ताक़त नहीं है। रोज़ कहता हूं भूल जाऊं तुम्हें रोज़ ये बात भूल जाता हूं! अगर तुम कहो तो मैं ख़ुद को भुला दूं तुम्हें भूल जाने की ताक़त नहीं है। - नुशरत फतेह अली खान ©Shivam Veer #Love #इश्क #मोहब्बत #yaadein #प्यार #Lafz #दासतां #भूलने #करीबी #दिल❤