तुम लिखना और लिख कर मिटाना 👇 कविता अनुशिर्षक में पढ़े लिखो और लिख कर बार बार मिटाओ जब तक तुम इस कागज़ पर खुद न उतर जाओ तुम लिखो और लिख कर मिटाओ अगर टूट टूट कर ही संवरना लिखा है तो तुम हर रोज बिखरो हर रोज संघर्ष करो भावनाओ में बहकर ही सही