"फूल खिला." पूछो क्या अर्थ है इसका. प्रयोजन क्या है? न खिलता तो हानि क्या थीं? और खिल गया है तो लाभ क्या है? पर मैं कह सकता हूँ दावे से कि अगर वो तथाकथित फूल न खिलता तो ये दुनिया भी बिना खिले ही रह जाती ये सूरज उदास हो जाता. ये चाद और तारे चमक अपनी खो देते और न ये पक्षी चहचाहते इस तरह और तब शायद आदम भी ईव क़े प्रेम मे न पड़ता ©Parasram Arora "फूल खिला ? "