जिस ओर कदम बढ़ाया बंद हर दरवाजा है जब मेहनत रंग नहीं लाती तो उठता उम्मीदों का जनाजा है जो कह कर गुजर जाते है कि कोई बात नहीं उन्हें दर्द ए दिल का कहां कोई अंदाज़ा है जेब फटी है तो क्या फटे हाल नहीं है हम कितने जुबानों ने हमें उस्ताद कह के नवाजा है हार जीत ,खुशी गम ये सब आने जाने है इन्हे यू ग़ज़ल बना देना बस जिंदगी का तकाजा है जियो आखिरी सांस समझ के शुरुआत बड़ी मीठी है इश्क़ की तो क्या हुआ जो अंत में भुगतना खामियाजा है #GAURAVpandeyPoet (YouTube) #poeticPandey इश्क़ #nojotohindi