ना जाने क्यों तुम्हे खास बनाए जा रहा हूं बेवजह की आस बनाए जा रहा हूं दिल कहता है मुमकिन नहीं शायद फिर भी रूहानी एहसास बनाए जा रहा हूं बढ़ रहा है मेरा हौसला ,तुम्हारी हर एक जवाब से मै मेरी उम्मीदों को, और बदमाश बनाए जा रहा हूं तुम हस रही हो ,पढ़ के अगर ये बाते मै मेरा ही परिहास बनाए जा रहा हूं गौरव पांडेय गौरव बनाओ #nojotohindi