अभिव्यक्ति की लालसा से परे तपस्या को परिभाषित करता प्रेम पूज्यनीय हैं किसी चेष्टा,लोभ,मोह से कही ऊपर कही विरक्त मेरा प्रेम संसार के सभी प्रलोभनों से मुक्त हैं मैने,प्रेम से भी अधिक आप के सम्मान को स्थान दिया हैं अपितु मैं बहुत श्रेष्ठ कहे जाने योग्य तो नहीं हु परन्तु मेरा आप के प्रति एकल और समर्पित प्रेम, अतुल्यनीय हैं मैंने,बिना कोई स्वीकृति मांगे सहज और निर्मल हृदय से प्रेम किया हैं मुझे गर्व है,अपने प्रेम पर मैं कभी भी किसी भी तरह आप के समक्ष कोई दुविधा न बन सकने का भरसक प्रयास करुंगी मेरी आशुतोष से की गई सारी प्रार्थनाएं उतनी ही पवित्र हैं,जितनी उनकी जटा में विराजी हुई,मंदाकिनी सृष्टि के अंत तक मेरे हृदय में आप का स्थान कोई कभी प्राप्त नहीं कर सकेगा अतिशयोक्ति कह सकते है परंतु इतने पवित्र भाव को सम्मान ना देना अन्याय ही हैं आप को प्राप्त करने की चेष्टा मैंने कभी की ही नहीं मेरी तो दृष्टि भी सम्समान झुक जाती हैं मैं श्रृष्टि में स्वयं को सबसे अधिक भाग्यशाली मान लू,यदि आप मेरे हिस्से में आ जाए सत्य में मेरे प्रेम को प्रतीक्षा हैं,अब ये प्रतीक्षा कभी समाप्त न भी हो तो कोई रोष नहीं है मुझे वैसे मेरा जीवन मुझे वीरता का पर्याय बनाता तो हैं,किंतु आप का वियोग मेरे हृदय को क़ातर करता हैं मुझे स्वप्न में भी आप की अनुपस्थिती अप्रिय हैं,मुझे मृत्युतुल्य हैं, किसी और की दृष्टि में आना मैं,विचित्र मनुष्यों की श्रेणी में आती होंगी शायद मैंने सोच विचार,लाभ हानि श्रेष्ठ तुच्छ इन सभी विषयो से विरक्त मात्र अपने एकल प्रेम को महत्व दिया हैं मैं सदैव अपने एकल प्रेम के प्रति समर्पित हु,मुझे आप की प्रसन्नता से अधिक कोई लालसा शेष नहीं मुझे ज्ञात है,मैं कदाचित योग्य नहीं किन्तु मेरे स्वप्नों में आप को मुझ से पृथक कर पाना असंभव है मैं अपने सत्य से परिचित हु मैं श्रेष्ठ नहीं,किन्तु मैं मलीन भी नहीं इतना संतोष और मेरा एकल प्रेम मेरे लिए जीवनपर्यंत पर्याप्त ही हैं... ©ashita pandey बेबाक़ #sad_quotes लव स्टोरी लव शायरियां लव शायरी हिंदी में खतरनाक लव स्टोरी शायरी शायरी लव रोमांटिक लव शायरी लव स्टोरी लव शायरी