गुंचा जब इश्क़ का लग गया शाखे दिल गुलिस्तां-ए-मंजर भी ख़ुशनुमा हो गया, वक्त करीब आया गुंचा के खिलने का गूंज बढ़ने लगी भंवरों की इश्क खुमारी में। ©अलका मिश्रा ©alka mishra #गुंचा