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बरस रहा है मेघ कभी हौले कभी वेग सावन की छटा निराली

बरस रहा है मेघ
कभी हौले कभी वेग
सावन की छटा निराली
चहुं ओर बस हरियाली

प्रकृति का हम पे उपकार 
करती जो वर्षा फुहार
सृष्टि का ये श्रृंगार 
प्रभु कृपा का आधार

जीवन के सूखे भी छट जायेगे
थोड़ा बारिश का इंतजार करो
गर बादल जीवन पे छाए हो
क्या पता तुम पे बरसने आए हो

बरस रहा है मेघ, कभी हौले कभी वेग

©Rajesh Sharma #bestfrnds 
बरस रहा है मेघ
बरस रहा है मेघ
कभी हौले कभी वेग
सावन की छटा निराली
चहुं ओर बस हरियाली

प्रकृति का हम पे उपकार 
करती जो वर्षा फुहार
सृष्टि का ये श्रृंगार 
प्रभु कृपा का आधार

जीवन के सूखे भी छट जायेगे
थोड़ा बारिश का इंतजार करो
गर बादल जीवन पे छाए हो
क्या पता तुम पे बरसने आए हो

बरस रहा है मेघ, कभी हौले कभी वेग

©Rajesh Sharma #bestfrnds 
बरस रहा है मेघ