फ़िर मैं भी खामोशियो को गले लगा के सो जाउंगी ये लफ़्ज़ और मेरी बातें न कही बोझ हो तुम पर मैं भी मुस्करा कर अब अजनबी हो जाऊंगी ©ashita pandey बेबाक़ #sad_shayari urdu poetry sad deep poetry in urdu