तेरी खामोशी तेरी ज़िंदगी में लेकर तुफान आएगा। देखना एक न एक दिन समंदर में उफान आएगा। अभी तो कश्ती ए जां बिन पतवार के रवां है दोस्त, सोचो क्या होगा जिस घड़ी सामने चट्टान आएगा। बीच भंवर में तेरा खेलना फिर खेलना फिर खेलना, संभलना जब गहराई पर खतरों के निशान आएगा। #नईम# कश्ती ए ज़िंदगी