चल रे मन हिमालय, कैलाश शिखर शिवालय। वहीं मिलेगे डमरू वाले, भोलेशंकर भोले भाले। चल रे मन, न कर राह में क्रीड़ा। हर लेगे महादेव मन का पीड़ा। ©Narendra kumar #MountainPeak