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गुलाब के फुल के जैसे हों आपकी यादें। जब हवा चले तो

गुलाब के फुल के जैसे हों आपकी यादें।
जब हवा चले तो महक महक जाएं तेरी यादें।
दिया तुमने हमें गुलाब तो इतनी खुशी हुई।
शब्दों में बयां नहीं कर सकते है। इतना बहके
जरा गुलाब के साथ कोई तोहफा भीं ले आते।
हम फूल को छोड़ तुम्हारे साथ ही रह जाते।
(जो आज कल होता है)
फुल देकर तो हमें फूल बनाने का बहाना है।
ये साजिश होती हैं लोगों को दिखाने कीबाते।
फूल कोई कहां तक रख पाता है यहां।
मुरझा जाएं तो बाहर निकाला जाता है।
जब तक खुशबू होती हैं तब तक पास है।
मुरझाने के बाद तो फूल क्या सब उदास हैं।
गुलाब माला में सजे तो हार बन गले में रहे।
पुजा में चढ़े तो उतर कर तिज़ोरी में रहे।
किसी कवि की कविता में लिखा जाएंये गुलाब।
किसी शायर की की गज़ल बन जाएं ये गुलाब ।
जब भाप में पके तो गुलाब जल बन जाए गुलाब।
गौरी के श्रंगार में शामिल हों महकाएं ये गुलाब।

©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma इस कविता में वो सब  बात हैं। जो समझने वाले समझ जायेंगे।#kavita #vyang #velentineday #loveshayari #HappyRoseDay

इस कविता में वो सब बात हैं। जो समझने वाले समझ जायेंगे।#kavita #vyang #velentineday #loveshayari #HappyRoseDay #ValentineDay

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