उड़ान हर कोई ख्वाब देखे ऊँची उड़ान के चक्कर लगाए वो भी कई आसमान के हिम्मत करे वो जिसको पंखों पे भरोसा घर से वो निकलता है कुछ मन में ठान के रोकेंगे राह हरदम पागल हवा के झोंके रुकना नहीं है हमको कभी हार मान के बेखुद उड़ान भरके आयेगा तब मजा आँधी को हरा कर हम घूमेंगे शान से ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #उड़ान