मगर दर्द तो मुझे ही होगा ना... समझते क्योँ नहीं बात को.... पापा जब आपके हाथ में हाथ दे रहे थे, तब एक ही सवाल मन में आने लगा था.. माँ बाबा को कौन देखेगा.. हाँ भाई है मगर वो अभी जिम्मेदारी लेना नहीं जनता है... इसलिए मेरी ख्वाहिश थी.. माँ बाबा मेरे साथ रहे.... माँ को अब ज्यादा काम ना हो पा रहा है