चाँद को चाहने वाले हैं बहुत दाग़ का उसके कोई दरमां न रहा जिन आखों मे था एक आलम बसा ख्वाब उनके ही आशियां न रहा #Moon #Nojoto few linens of my ghazal derma - ilaaz aalam - duniya