तन्हाइयों से गुजर रहा हूं ख्वाबों में उसका सिर्फ नाम लिए, छत पर खड़ा हूं एक झलक देखने को दिल में मोहब्बत अल्फाज़ लिए, अभी कल ही मिले थे रास्ते पर होटों पर मोहब्बत का इजहार लिए, उसूलों वाली है वो लड़की दिल में मोहब्बत कंधों पर घर की शान लिए, कुछ पल साथ रहे बिछड़ गए फिर हम अपनों से ही अपनों के ही वास्ते, कुछ अलग से है हमारे रास्ते फिर भी बने हम एक दूजे के वास्ते।। ©Mauryavanshi Veer #Suvan #A #Veeer #Dark