मैं,अगर सख़्त हो जाऊ तो, सौ साहिलो सरीखी हूं काबिल ए तारीफ़ हैं ये, इकतरफा इश्क मेरा मुझ को मेरा फितूर लिए डूबा हैं मैं भी दरिया तो हु सौ प्यास मेरे पास भी हैं गज़ब की बात हैं मुझको कतरे की मगर तलाश भी हैं हज़ार नज़रे, लाख चेहरे इक झलक पर फना तो हो जाएं बेकदर सा वो एक शक्स बहुत ख़ास भी हैं उस की जानिब मेरी अहमियत जर्रा भी नहीं मैं,मामूली बहुत हू मुझे एहसास भी हैं.... ©ashita pandey बेबाक़ #navratri शायरी लव रोमांटिक शायरी लव स्टोरी खूबसूरत दो लाइन शायरी शायरी हिंदी