हाथ की लकीर में ना कोई नाम तेरा.. ना ही था तकदीर में कोई मिलना तेरा.…!! क्या वजह हुई,ज़िन्दगी में आना तेरा.. दिल में उतरकर, यूं रुह में ठहरना तेरा....!! 🎀 Challenge-278 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 8 पंक्तियों में अपनी हास्य रस रचना लिखिए।