#मै_हालातों_का_शायर_हूं_ #संवेदनाएं_लिखता_हूं ये ज़िन्दगी कटते कटते यूं ही कट जाएगी! हवाएं होंगी नीलाम और ये सांसे थम जाएंगी! मै हालातों का शायर हूं! संवेदनाएं लिखता हूं! मै मौत लिखूंगा नज्मों में तुम्हे ज़िन्दगी दिख जाएगी-2 इश्क़ और इन्कलाब की जद्दोजहद में नासाज़ हो जाएगी! मेरी ख़ामोशी एक रोज औरों की आवाज़ हो जाएगी! मुझे शौक़- ए - सियासत का ऐतबार नहीं था! क्या खबर थी कलम सियासत करेगी और गले लग जाएगी! क़लम का मै मुसाफ़िर हूं मेरा थकना मना है जां सांसों की सियाही से ज़ुबां कुछ तो लिख जाएगी! मै मौत लिखूंगा नज्मों में तुम्हे ज़िन्दगी दिख जाएगी-2 मैंने अधूरा इश्क़ संजोया है खुद में एक मुक्कमल इन्कलाब भी कहीं बसता है मुझमें थमने से पहले ये सांसे इतना तो करवाएंगी एक असीम दास्तां #लफ्जो की इस दुनिया को दे जाएंगी! तीर और शमशीर बुजदिलों की विरासत है! मेरे शब्दों से ही दुनिया मुझे सिकंदर बुलाएगी! मै मौत लिखूंगा नज्मों में तुम्हे ज़िन्दगी दिख जाएगी-2 मै हालातों का शायर हूं संवेदनाएं लिखता हूं Written by:- #BR_RAJ_GAURAV #FRIDAY_15th_MAY #मै_हालातों_का_शायर_हूं_संवेदनाएं_लिखता_हूं_