वासनाग्रस्त प्रेम का ग्लेमर एक ऐसी कहानी हैँ जिसमे शोरगुल ज्यादा लेकिन अर्थ कुछ भी नहीं ये कहानी जिस्म से शुरू होकर जिस्म पर ही खत्म होती हैँ लेकिन आत्मिक प्रेम प्रेम पात्रों को मुक्ति का संन्देश देता हैँ प्रार्थना को जन्माता हैँ औऱ ईश्वरीय सानिध्य की सौगात देता हैँ ऐसा प्रेम ही टिकाऊ हो सकता हैँ प्रेम का ग्लैमर औऱ टिकाऊपन