Nojoto: Largest Storytelling Platform

भीगती आँखों से उनका मुस्कुराना चाँद मानों शबनम

भीगती आँखों से  उनका  मुस्कुराना
चाँद  मानों  शबनमी   होने  लगा  है
जुगनुओं का काफ़िला चारों तरफ है
आसमाँ  देखो  ज़मीं   होने  लगा  है
ओढ़ ली है  धुंध की  चादर  जहाँ  ने
दिन   यहाँ   पर्दानशीं  होने  लगा  है.

©malay_28
  #धुंध