Nojoto: Largest Storytelling Platform

घर के दीवार में,एक झरोखा रहने दो. आती है सुबह ताज़

घर के दीवार में,एक झरोखा रहने दो.
आती है सुबह ताज़ी हवा, रहने दो.
दिख जाता है बाहर का मंज़र इस झरोखे से।
अमन पसंद है मेरा शहर, मंजर यही रहने दो।।
संग संग गुजारे है हमने रात दिन यहां.
आए हैं मुश्किल में काम यहां.
ना मिटाओ ये गुलशन,गुलशन यही रहने दो।
मोहब्बत भरा शहर है मेरा,यही मोहब्बत रहने दो।। मेरा शहर#मोहब्बत वाला
घर के दीवार में,एक झरोखा रहने दो.
आती है सुबह ताज़ी हवा, रहने दो.
दिख जाता है बाहर का मंज़र इस झरोखे से।
अमन पसंद है मेरा शहर, मंजर यही रहने दो।।
संग संग गुजारे है हमने रात दिन यहां.
आए हैं मुश्किल में काम यहां.
ना मिटाओ ये गुलशन,गुलशन यही रहने दो।
मोहब्बत भरा शहर है मेरा,यही मोहब्बत रहने दो।। मेरा शहर#मोहब्बत वाला