यहाँ शाबाशी ही नहीं दर्द भी बिकता है बस दर्द को दर्द की चाशनी में डिबोकर तो परोसिये। #स्वरचित © #शून्य #दर्द #शाबाशी #बिकता_है #चाशनी #कुछ_अनकही_बातें #योरकोट_दीदी