#OpenPoetry #तुकबन्दी# जो दूर हैं, वो पास नहीं, जो पास हैं,वो खास नहीं जो खास हैं,वो आश हैं जो पास हैं वो खास क्या? इस आस-पास, दूर-खास में जो एक नाम रह गया बस.......! वही खास हैं। -©ankahejajbat #tukbandi