चलो चलें..... (कृपया अनुशीर्षक पढ़ें) ©अनुज चलो चलें... छोड़ के घर अपना फिर से भागादौड़ी फिर से आंख मिचौली अपनो के नयन हो भीगे घूंट मोह का पीके कदम बढ़ा के आगे चलो चलें...