//The Human files// उम्मीद के पतले धागे को, एक ज़माने से थामे हम कतरा कतरा जोड़, मौत की चादर सिये जा रहे है कह देना जब शियाशति रोटियाँ पक जाए तुम्हारी इज्ज़त की मौत के लिए, हम रोज़ जिये जा रहे है Font : Newsreader Italic Size : 10 #mai_bekhabar #collabwithmb #rzलेखकसमूह #rztask302 #restzone