Nojoto: Largest Storytelling Platform

ऐसा तो नहीं है कि मुझे बात करना नहीं आता, ऐसा भी न

ऐसा तो नहीं है कि मुझे बात करना नहीं आता,
ऐसा भी नहीं है कि मैं किसी से बात करना नहीं चाहता। 

 कोई पूछे तो सही मुझसे आकर इक दफा: "क्या अब उसकी याद नहीं आती...!?"
तो मैं बताऊं उसे "शमी": इक उसी का ख़्याल है, जो मेरे ज़हन से नहीं जाता।

©" शमी सतीश " (Satish Girotiya) ख्याल

ख्याल

153 Views