मील के पत्थर अनोखे ,हैं अडिग ठहरे हुए से ताकते हैं राहें उनकी,जो भी हैं गुज़रे हुए से लोग मंज़िल तक की दूरी,को उन्हीं पर देखते हैं सोचते हैं ना कभी,ये राहें उनकी जोहते हैं ये अडिग हैं, ना हिलेंगे लौटकर शायद मिलेंगे राहों में जब हों अंधेरे ,दिखते ना हों जब सवेरे ये मिलेंगे ज्योति लेकर,कोई ना हो साथ तेरे ये चलेंगे साथी बन कर,डर लगे जो रास्तों की दूरियों से ऐ पथिक पास जा कर पूछ ले उनसे तुझे वो वहीं मिलेंगे मील के पत्थर अनोखे ,हैं अडिग ठहरे हुए से ताकते हैं राहें उनकी,जो भी हैं गुज़रे हुए से। मील के पत्थर #milestones #raaste #andhera