फादर्स डे _________ फादर नहीं मैं पिता हूं जो परिवार में रहकर अपनें बच्चों के संग जीता हूं, फादर नहीं मैं पिता हूं । मेरे भी फादर नहीं पिता है जो साक्षात मेरे लिए गीता है जो अपनें जीवनी को उपदेश के रूप में हमें बतलाते है और ज्ञान का पाठ पढ़ाते है मैं भी उनकी याद में जीता हूं,क्योंकि फादर नहीं मैं पिता हूं । वो पिता जो हर मुसीबत में परिवार के साथ खड़े है चट्टान की तरह अपनें बच्चों की रक्षा के लिए प्रहरी बनकर अड़े है ठीक उसी तरह मैं भी बरगद बन कर जीता हूं फादर नही मैं पिता हूं। आज भी परिश्रम कर के अपनें बच्चों के लिए अपने शरीर को पसीने से धोते है और एक साथ बच्चों संग खाकर निश्चिंत सोते है मैं भी दिन रात बच्चों के उत्थान की सोच कर जीता हूं,इस लिए की फादर नही मैं पिता हूं । आधुनिक युग में फादर का एक स्थान है जिसे हमारे बच्चे फादर्स डे के रूप में मनाते है और पिता को ही फादर बनाते है,खैर जो भी हो सम्मान जताते है । मेरी तरफ से भी फादर्स डे की हार्दिक शुभ कामनाएं। अशोक वर्मा"हमदर्द" ©Ashok Verma "Hamdard" #फादर्स_डे