रास्ते दुलार के हो हर गुजारगाह पर। वालिद की दुआ का साथ हो बंदे पर। ना हो नज़र कीसिके अधिकारो पर। एक ऐसा जहां मिले पाक जमी पर। मुसलसल हासिल रहें रास्ते दुलार के, हाथ थामे रखना तुम ताउम्र प्यार से। स्वेच्छाचार को न बनाना तलब अपनी, जो, जब चाहिए,हर लेना अधिकार से। रास्ते दुलार के हो हर गुजारगाह पर। वालिद की दुआ का साथ हो बंदे पर। ना हो नज़र कीसिके अधिकारो पर। एक ऐसा जहां मिले पाक जमी पर।