एक लंबी यात्रा क़े लिए अंततः मैं उस जगह पहुंचा हूँ......... जहां दुनिया का सबसे बड़ाजनतन्त्र 'विकासवाद ' काजहाज लंगर डाले प्रतिक्षा क़र रहा है उन जैसे लोगों क़े लिए जो गरीबी रेखा मेपले बड़े हुए जो पचास रूपये रोज पर गुजर करने क़े लिए राज़ी हुए है जिन्हे" समाजवाद " की दवा पोलियो की घूँट. क़े साथ पिलाई जारही है और इनक़े सुंदर भविष्य जे लिए भावनात्मक धार्मिक आयोजन ... भी किये जा रहे है. इसके बावजूद मंहगाई बेरोजगारी बेईमानी और हिंसक आंदोंलनो क़े दंश उनके जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहे है ©Parasram Arora जनतन्त्र......