कान्हा तेरी बांसुरी लगती सौतन मोय अधरों को जा चूमती, जान भले ना होय। मै जल जाऊं प्रीत में, गर तुम ना मिल पाय जैसे जल बिन मीन का, सोई दशा होई जाय ©हरिओम सुल्तानपुरी #विरहन #Sa #कृष्णा #Krishna