तुम और कविता अब सफर मेरा अकेला है फिर भी तुम्हारी धुन में चलता चला जाऊंगा हमारी पहली मुलाक़ात सोचूंगा, तुम्हरे इश्क़ में दुबारा फिसलता चला जाऊंगा तुम्हारा हसना याद करूंगा, मै हवा में उछलता चला जाऊंगा अपनी गलतियों पर पछताऊंगा, हाथ मलता चला जाऊंगा तुम्हारे जाने के डर से डरूंगा , मै दहलता चला जाऊंगा फिर कुछ तुम्हारी गलतियां याद आएंगी, मै गुस्से में उबलता चला जाऊंगा जो तुम्हे किसी और संग सोच लूंगा , तो जलन से जलता चला जाऊंगा जो भी हो ,सब मंजूर है मुझे तुम्हारी धुन में चलता चला जाऊंगा YouTube#GAURAVpandeyPoet #poeticPandey जाऊंगा #nojotohindi